बदायूं। बिनावर थाना क्षेत्र में ससुरालीजनों की प्रताड़ना से तंग आकर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या करने वाले युवक के परिवार ने सोमवार शाम एसएसपी से मुलाकात की है। युवक की मौत के बाद ससुराल पक्ष की ओर से उन्हें झूठे मुकदमे में फसानें की धमकी दी जा रही है।
कस्बा उसहैत निवासी हरिओम पुत्र महावीर सिंह ने बीते 17 जून को बिनावर थाना क्षेत्र के मलगांव रेलवे फाटक के पास ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी। मौके पर उसकी जेब से एक सुसाइड नोट मिला था। उसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी थी, तो वहीं परिवार वालों ने पोस्टमार्टम के बाद उसके शव का अंतिम संस्कार किया था। हरिओम की जेंब से एक सुसाइड नोट मिला था, साथ ही हरिओम ने आत्महत्या से पहले रेलवे ट्रैक पर ही बैठकर तीन वीडियो बनाए थे जिसमे उसने ससुरालीजनों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। इस मामले में पुलिस ने ससुर चरन सिंह, सास अनीता, पत्नी सुमन और साले यश के खिलाफ आत्महत्या को उकसाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। साथ ही ससुर चरन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, अन्य तीन आरोपी फरार हैं।
एसएसपी के पास पहुँचा परिवार
हरिओम की मौत के बाद भी ससुरालीजन धमकाने से बाज नहीं आ रहे हैं। मृतक के पिता महावीर सिंह पर समझौते का दवाब बनाया जा रहा है, दो दिन पहले एक शख्स खुद को वकील बताते हुए हरीओम के छोटे भाई को बलात्कार और परिवार को दहेज के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी है। सोमवार देर शाम पीड़ित परिवार ने इस सिलसिले में एसएसपी डॉ. ओपी सिंह से मुलाकात की, उन्होंने कथित वकील की ऑडियो रिकोर्डिंग भी एसएसपी को सौंपी है। जिसके बाद उन्होंने फरार तीनों आरोपियों समेत वकील को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।
दिल्ली से मदद के लिए आए एक्टिविस्ट
हरीओम की मौत के 10 दिन बाद भी तीन आरोपी अभी तक फरार है, साथ ही उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जा रही है जिससे परिवार परेशान है। पीड़ित परिवार की मदद के लिए दिल्ली से पुरुष अधिकार एक्टिविस्ट और NCMIndia काउंसिल फॉर मेन अफेयर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष केडी झा, प्रदेश सचिव जीत दुबे और राष्ट्रीय संयोजक राम सिंगार आगे आए हैं। सोमवार शाम उन्होंने भी पीड़ित परिवार के साथ एसएसपी से मुलाकात की। केडी झा ने बताया कि ससुरालीजनों की प्रताड़ना से बुजुर्ग पिता अपना एक बेटा खो चुका है, अब 16 साल दूसरे बेटे को बलात्कार में फंसाने की धमकी दी जा रही है। अगर वो भी जेल चला गया तो इस पिता के पास क्या बचेगा, इसीलिए हमने एसएसपी से मुलाकात कर परिवार के लिए इंसाफ की मांग की है।
प्रेम सम्बन्ध के बाद हुई थी शादी
हरीओम बरेली में जीएनएम नर्सिंग कोर्स कर रहा था, वहीं सुमन एएनएम कर रही थी। दोनों एक साथ खुशलोक हास्पिटल में नर्सिंग का काम भी करते थे, यहीं से दोनों की जानपहचान हुई। जिसके बाद दोनों परिवारों की रजामंदी से 27 अप्रैल को धूमधाम से उनकी शादी हुई थी। लेकिन शादी के कुछ ही दिन बाद सुमन जेवरात बटोर अपने मायके चली गयी और वापस न लौटी। हरिओम उसे कई बार लेने भी गया लेकिन हर बार अकेला ही वापस लौटा।
आत्महत्या से पहले बनाए वीडियो
हरिओम ने आत्महत्या से पहले तीन वीडियो बनाए थे। घटना वाले दिन रेलवे लाइन किनारे उसकी बाइक खड़ी मिली थी लेकिन उस वक्त उसकी तलाशी नहीं ली गई थी। वहीं दो दिन बाद जब रविवार को परिवार वालों ने जब उसकी बाइक देखी तो उसके बैग में हरिओम का मोबाइल पड़ा मिला। उसके मोबाइल में तीन वीडियो मिलीं।
हरिओम ने वीडियो में कहा कि शादी से पहले और शादी के बाद भी मुझे सुसराल पक्ष की ओर से परेशान किया जा रहा है, पत्नी सुमन को राजी खु्शी विदा किया था लेकिन ससुराल वालों ने उसे दोबारा नहीं भेजा। मुझसे 15 लाख रुपए की मांग की गयी, मैंने उन्हें रकम भी दे दी लेकिन सुमन को वापस नहीं भेजा। मेरे साथ बहुत गलत व्यवहार हुआ है, जिसे मैं बयाँ भी नहीं कर सकता इसीलिए मै खुद को भगवान को सौंप रहा हूँ। मेरी मौत के बाद 15 लाख रुपए मेरे माँ-बाप को वापस दिलवाए जाएँ।
मां-बाप बहुत सीधे हैं, बदनामी सह नहीं पाएंगे
युवक कहता है कि उसके ससुराल वाले हमारे परिवार वालों को धमका रहे हैं। मुझसे कह रहे हैं कि तुमने हमारी लड़की को मारा-पीटा है, तुम्हारे खिलाफ मुकदमा कर देंगे। पूरे परिवार को जेल भिजवा देंगे। मेरे माँ-बाप बहुत सीधे हैं, उनका समाज में नाम है। वो बदनामी नही सह पाएंगे। हमे कोई धन-दौलत नहीं चाहिए थी बल्कि शांति चाहिए थी। लेकिन इन लोगों ने हमारी सुख-शांति छीन ली। डेढ़ महीने से मैं चैन से रोटी नहीं खा पाया हूँ।
युवाओं की कौन मदद करेगा
आत्महत्या से पूर्व हरिओम ने एक वीडियो में महिलाओं के लिए बनाए गए कानून पर सवाल उठाए हैं। युवक ने कहा है कि सरकार ने महिलाओं के लिए तमाम कानून बनाए हैं। वो जो चाहें कर सकते हैं, झूठे मुकदमे में फंसा सकते हैं। चाहे दहेज उत्पीड़न का मामला हो या फिर अन्य मामले। लड़कों को झूठे केस दर्ज जेल भेज दिया जाता है, इनमे कोई पड़ताल नहीं होती। युवक आत्महत्या कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को कानून में सुधार लाना चाहिए। जो दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।