बदायूं। अलापुर थाना क्षेत्र में करीब 6 दिन पहले हुई युवक की हत्या में पुलिस ने पत्नी और उसके दो प्रेमी को गिरफ्तार किया है। तीनों ने ही मिलकर उसकी हत्या की थी। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया।
क्षेत्र के गांव चितौरा धनौरा निवासी रामवीर अपनी पत्नी के साथ ईंट भट्ठे पर रहकर मजदूरी करते थे। शुक्रवार शाम अभियासा गांव के मार्ग पर गेहूं के खेत में रामवीर का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आई थी। मृतक के भाई की तहरीर पर मृतक की पत्नी और गांव अभियासा निवासी हरवीर और सिविल लाइन क्षेत्र के गांव सिरसा निवासी राजपाल पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के ककराला तिराहे और आरोपी पत्नी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में हरवीर ने बताया कि उसकी और राजपाल की मृतक की पत्नी से दोस्ती थी। रामवीर को इसके बारे में पता चल गया था। पत्नी ने उन दोनों को 4 मार्च को ईंट भट्ठे पर बुलाया था। जहां उन्होंने रामवीर के साथ बैठकर शराब पी। रामवीर वहां से चला गया। तो उसकी पत्नी ने दोनों दोस्तों से अपने पति को रास्ते से हटाने को कहा। वह रामवीर को शादी से ही पसंद नहीं करती है। अगर पति को मार या मरवा दिया तो वह हरवीर से शादी कर लेगी। भट्ठे पर बैठकर हत्या करने की योजना बनाई गई।
वहीं शुक्रवार शाम पांच बजे रामवीर साइकिल और उसकी पत्नी व बच्चे पैदल जा रहे थे। हरवीर ने रामवीर की पत्नी व तीन बच्चों को बाइक पर बैठा लिया और अलापुर ले जाकर छोड़ा। इसके बाद रामवीर को शराब का बहाना और बाजार से सामान की खरीदारी के लिए रोक लिया। उन्होंने गांव कंचनपुर में जाकर कच्ची शराब व अलापुर से देशी शराब खरीदी। शराब पीने के लिए एक ईंट भट्ठे के पास बैठ गए। रामवीर कोई ज्यादा नशा हो गया। उसने हरवीर से कहा कि उसे दोनों की पत्नी से दोस्ती के बारे में पता है। वह दोनों को जेल भिजवा देगा। इसी बात को लेकर बहस हो गई थी। हरवीर के लात मारने पर रामवीर गेहूं के खेत में जा गिरा था। फिर उसने गमछे से गला घोंट दिया। तब तक खींचा जब तक रामवीर की मौत न हो गई। फिर वह घर भाग गया था।
एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक धनंजय सिंह, निरीक्षक अपराध गुरुदेव सिंह, कांस्टेबिल सत्यवीर सिंह, शहंशाह खान, राजेंद्र, वीरसेन व नीलम रहे।