बिल्सी। शासन और प्रशासन के लावारिस पशुओं को गोशाला में रखे जाने के दावे उस वक्त फेल हो गए, जब क्षेत्र में घूम रहे एक बेकाबू सांड ने एक महिला पर हमला बोल दिया और उसको सींगों पर उठाकर पटक-पटककर मार डाला। इससे महिला के परिवार में कोहराम मच गया। घटना के बाद तहसीलदार धीरेंद्र कुमार सिंह ने निरीक्षण किया है। साथ ही हर संभव मदद दिलाएं जाने का भरोसा दिलाया है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव मोहम्मदगंज निवासी मुन्नी देवी (56) पत्नी रामवीर जाटव गांव के नजदीक खेत में मवेशियों के लिए घास छीलने गयी थीं। घास छीलते समय ही अचानक पीछे से सांड ने महिला पर हमला बोल दिया। सांड ने महिला को सींग से उछालकर पटक दिया। आसपास खेतों में किसानों ने यह नजारा देखा तो वह दौड़कर खेत में गए और लाठी-डंडों की मदद से उसे वहां से भगाया। परिजनों द्वारा महिला को इलाज के लिए निकटवर्ती गांव सिरासौल ले गए। लेकिन हालत गंभीर होने पर बरेली ले जाने की सलाह दी गयी लेकिन कुछ देर बाद ही महिला ने दम तोड़ दिया।
महिला का की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। साथ ही आसपास के लोगों भी स्तब्ध रह गए। उनको इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि घास छीलने के दौरान ऐसा हादसा हो जाएगा। सूचना पर तहसीलदार धीरेंद्र कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने महिला के शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही लेकिन महिला के बेटे दौलतराम ने पोस्टमार्टम कराने के इनकार कर दिया। इसके बावजूद तहसीलदार ने परिवार वालों को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया है।
आवारा पशुओं का आतंक
लोगों का कहना है कि आसपास के क्षेत्र व गांव में आवारा पशुओं की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि उनको रोकना संभव नहीं हो पा रहा है। आए दिन आवारा पशु किसानों के खेतों को नुकसान पहुंचाते रहते है। लेकिन प्रशासन सख्त कदम नहीं उठा रहा है।