उझानी (बदायूं)। नगर में संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत हो गई। उसके परिजनों ने ससुराल वालों पर मारपीट कर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी।
दिल्ली के करावल नगर निवासी कंचीलाल ने 6 माह पूर्व अपनी बेटी विमलेश की शादी उझानी के मुहल्ला अहीरटोला निवासी दीपेन्द्र उर्फ सतीश से की थी। मंगलवार सुबह करीबन 8 बजे विमलेश की मौत की खबर मिली जिसके बाद वो परिवार समेत वो उझानी आ गए। जब विमलेश के परिजन उसके ससुराल पहुंचे तो मुख्य दरवाजा बंद था, अंदर एक कमरे में ससुराल पक्ष के लोग बैठे हुए थे जबकि दूसरे कमरे में शव पड़ा हुआ था।
बेटी की लाश देखकर उसके परिजन भड़क गए, बताया जाता है कि इस दौरान दोनों पक्षों में काफी बहस हुई, मायके वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी लेकिन पुलिस के आने से पूर्व ही सुसराल पक्ष भाग खड़ा हुआ। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया है।
बर्फ की सिल्ली पर रखा था मृतका का शव
मृतका के परिजन जब घर पहुँचे तो उसका शव बर्फ की सिल्ली पर रखा हुआ था। कमरे की चोखट के आसपास पानी भर चुका था। साथ ही उसका मोबाइल फोन भी टूटा हुआ मिला। मृतका के भाई सचिन ने बताया कि दो दिन पूर्व बहन से बात हुई थी, उसके बाद लगातार फोन करने पर किसी ने जवाब नहीं दिया, आज सुबह मौत की खबर मिली।
कमरे में फांसी जैसे हालात नहीं, पड़ोसियों को भनक तक नहीं
मृतका के पिता कंचीलाल के मुताबिक सुबह मायके पक्ष ने फोन करके बताया कि विमलेश ने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। हालाँकि कमरे में फांसी जैसे हालात नहीं थे। मृतका के गले पर रस्सी का निशान नहीं था, न ही छत की खूंटी पर रस्सी बंधी हुई थी। खूंटी पर लटका पंखा भी सही सलामत था।
हैरानी की बात है कि घटनाक्रम की पड़ोसियों को खबर तक नहीं थी, न ही ससुराल पक्ष के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। देर शाम पुलिस के पहुँचने पर पडोस में हडकंप मच गया। मृतका ने अगर सुबह आत्महत्या कर ली थी तो पड़ोसियों को क्यों नहीं बताया गया, यहाँ तक कि घर में बर्फ की सिल्ली कब पहुंची, इसकी जानकारी भी किसी को नहीं है।
एक से दो दिन पहले मौत की आशंका
आशंका व्यक्त की जा रही है कि विमलेश की मौत एक से दो दिन पहले हो चुकी है, मृतका के नाक-मुंह से निकला खून और मवाद जम चुका था, सिर में चोट थी, उसका पेट भी फूल गया। स्थानीय लोगों में चर्चाओं के मुताबिक बीते दो दिनों से घर के लोगों का बाहर आना जाना बंद था। बर्फ की सिल्ली को भी रात में लाया गया है।
अनाथ हो गए दो बच्चे
विमलेश अपने पिता की इकलौती बेटी थी, उसकी पहली शादी दिल्ली में ही करावल नगर निवासी मनीष कुमार के साथ 2009 में हुई थी। बेटी की शादी में पिता और उसके भाइयों ने कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन साल 2018 में एक हादसे में मनीष की मौत हो गयी। अचानक हुए इस हादसे के बाद विमलेश टूट गयी थी, इसके बाद परिजनों ने उसकी शादी मनीष के चचेरे भाई दीपेन्द्र से कर दी। मनीष और विमलेश के दो बच्चें भी है जो दिल्ली में अपने नाना के घर रहते हैं। पिता की मौत के बाद माँ का साया भी उनसे उठ गया है।