बदायूं। जम्मू कश्मीर में बदायूं का लाल आतंकियों से लोहा लेते शुक्रवार देर रात शहीद हो गया। रविवार सुबह शहीद का शव सेना के वाहन से उसके पैतृक गांव पहुंचने पर अपने लाल को अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए आर्थिक मदद और नौकरी देने की घोषणा की है।
सीएम के ऑफिस ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने जम्मू-कश्मीर में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जनपद बदायूँ निवासी सेना के जवान श्री मोहित राठौर जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। महाराज जी ने शहीद के परिजनों को ₹50 लाख की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान करने के साथ ही जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद श्री मोहित राठौर जी के नाम पर करने की भी घोषणा की है। महाराज जी ने शहीद जवान के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा है कि शोक की इस घड़ी में प्रदेश सरकार उनके साथ है।’
आतंकियों से मुठभेड़ में हुए थे शहीद
इस्लामनगर क्षेत्र के गांव सभानगर निवासी मोहित राठौर आतंकियों से मुठभेड़ जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा शहीद हुए थे। शुक्रवार देर रात उनको 7 गोली लगी थी। मच्छल सेक्टर में सेना को आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला था। लगभग डेढ़ वर्ष पहले नत्थू सिंह के बेटे मोहित की शादी हुई थी। मोहित की शहादत पर परिवार पर कोहराम मचा है। सैनिक सम्मान के साथ शहीद मोहित का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद मोहित राठौर को अंतिम विदाई देने के लिए गांव के ही नहीं, आसपास के इलाके से भी भारी संख्या में लोग पहुंचे थे। हर तरफ भारत माता की जय और शहीद मोहित अमर रहें, के नारे गूंजते रहे। मोहित को अंतिम विदाई के समय मौजूद सभी लोगों की आंखें नम थीं।
बहन की शादी की थी जिम्मेदारी
मोहित अपने परिवार में तीन बहनों के बीच में इकलौता भाई था। इसमें बड़ी बहन रुचि और छोटी नीतू की भी शादी हो चुकी है। सबसे छोटी बहन पूजा की शादी के लिए रिश्ते की बात चल रही थी। मोहित की मां कलावती का 12 वर्ष पूर्व देहांत हो चुका है। फौज में नौकरी मिल जाने के बाद वह अपने पिता को आश्वस्त करके गया था कि पापा, बहन की शादी की चिंता मत करना। शादी की पूरी जिम्मेदारी हम उठाएंगे, वापस लौटूकर रिश्ता पक्का कर देंगे।
250 की आबादी सेना में हैं 12 नौजवान
सभानगर में गांव के 12 अन्य लोग फौज में सैनिक हैं। दो युवा अग्निवीर हैं, सात लोग पुलिस में, दो पीएसी में और दो युवतियां महिला पुलिसकर्मी हैं। मोहित के चचेरे भाई फौजी दीपक रजौरी में तैनात हैं। खानदान के सदस्य संतोष कुमार, ऋषिपाल और हरकेश भी सेना में हैं। थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार सुबह तक बलिदानी की पार्थिव देह गांव पहुंचेगी। दोपहर को सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।