दातागंज(बदायूं)। व्यापारी की हत्या के मामले में बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। व्यापारी की हत्या को अंजाम तक पहुँचाने के लिए 5 लाख की सुपारी दी गयी थी। इस हत्याकांड का साजिशकर्ता युवक व्यापारी की बहन की दूसरी जगह शादी होने से नाराज था। साथ ही व्यापारी उधार के रुपए भी नहीं लौटा रहा था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी युवक समेत दो शूटर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
हजरतपुर के गांव भाऊनगला निवासी राजेश गुप्ता उर्फ़ राकेश 35 वर्ष पुत्र भानुप्रकाश हजरतपुर की मुख्य बाजार में रेडीमेड कपड़े व सर्राफा की दुकान है। दुकान के ऊपर ही बने आवास में वे अपने परिवार के साथ रहते थे। उनके पिता रतिभान गुप्ता और भाई भाऊनगला गांव में रहते हैं। शुक्रवार देर शाम तकरीबन साढ़े सात बजे राकेश गुप्ता अपने सात वर्षीय बेटे निखिल के साथ दुकान पर बैठे थे। उसी दौरान तीन युवक दुकान पर आए थे। बदमाशों ने उनसे कपड़ा दिखाने को कहा। जैसे ही उन्होंने कपड़ा निकाला कि बदमाशों ने तमंचा निकालकर उनको गोली मार दी। इसके बाद बदमाश मौके से भाग गए।
पुलिस ने घायल को सीएचसी फिर जिला अस्पताल भेजा। जहां डॉक्टर ने व्यापारी को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस मामले में संदेह के आधार पर कस्बा अलापुर के मोहल्ला बजरिया निवासी सुमित गुप्ता पुत्र जयनन्दन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सारा सच उगल दिया।
आरोपी सुमित गुप्ता के मुताबिक व्यापारी राजेश गुप्ता की बहन से उसका प्रेम सम्बन्ध था, वो उससे शादी भी करना चाहता था। इसी बीच व्यापारी ने सुमित से साढ़े 4 लाख रुपये उधार ले लिए थे। सुमित ने व्यापारी से शादी करवाने को कहा तो उसने अपनी बहन की शादी दिल्ली में कर दी, आरोप है कि व्यापारी ने उसके रुपए भी लौटने से इंकार दिया। इससे आरोपी सुमित नाराज था।
इसके बाद सुमित ने राकेश की हत्या का प्लान बनाया, उसने राजस्थान के जनपद चुरू थाना क्षेत्र व गाँव सरदारनगर निवासी श्रीराम सोनी पुत्र राजकुमार और अमन वर्मा पुत्र संजय वर्मा निवासी पश्चिम बंगाल, जनपद दार्जिलिंग, ग्राम व थाना बोगडोगरा से सम्पर्क किया। दोनो से 5 लाख रूपये में डील तय हुई। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया है। इनसे 315 बोर एक अवैध तमंचा, एक खोखा कारतूस व तीन जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।