उझानी(बदायूं)। सर्राफा व्यापारी आलोक अग्रवाल से ठगी के मामले में पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मध्यप्रदेश के जबलपुर का रहने वाला है। इससे पहले भी उसने कई वारदातों को अंजाम दिया है।
श्रीनारायणगंज मोहल्ला निवासी सर्राफ आलोक अग्रवाल को पिछले माह 28 फरवरी को कॉलर ने खुद को ग्वालियर का एसीपी बताकर सर्राफ को हड़काया था। इसके बाद फर्जी एसीपी की ओर से कोतवाली पुलिस से फोन पर अभद्र व्यवहार की शिकायत की गई तो पुलिस सर्राफ को ही थाने बुला ले गई। आरोप है कि पुलिस के दबाव में सर्राफ ने उसके बताए खाते में 26700 रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। इस मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे तो मामले ने तूल पकड़ लिया। आलोक अग्रवाल से ठगी के मामले में कोतवाली पुलिस की एक टीम जबलपुर भेज दी गई।
वहीं अब पुलिस ने पुलिस समेत एसओजी टीम ने संकेत यादव पुत्र उमाशंकर निवासी वार्ड संख्या 10 पाटन निकट सरकारी अस्पताल, जबलपुर प्रांत मध्यप्रदेश को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने बताया कि वह छह साल से अपने घर नहीं गया है। मेरे पास दो मोबाईल है। मैने जियो कम्पनी का सिम अपने आधार कार्ड लगाकर सन 2021 में लिया था इसी नम्बर से व मोबाईल से मैं अलग अलग पुलिस अधिकारी बनकर ग्राहकों को फंसाकर फ्राड गिरी करता हूं।
20 व्यापारियों से कर चुका है ठगी
एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि संकेत लड़कियों की आवाज निकालने में माहिर है। आरोपी गूगल के माध्यम से सराफा व्यापारियों और मोबाइल विक्रेताओं के नंबर तलाश करता है। इसी तरह थाना प्रभारियों के मोबाइल नंबर प्राप्त कर लेता है। लड़की की आवाज में बात करते हुए खुद को एसपी बताकर व्यापारियों पर चोरी का माल खरीदने का आरोप लगाता है। यह भी कहता है कि उसकी पुलिस ने चोरी का माल बेचने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया है। माल रिकवरी के लिए उन्हें और संबंधित थाना प्रभारियों को कॉल करता है। इसी तरह वह अब तक कई जिलों के 20 व्यापारियों और मोबाइल विक्रेताओं को निशाना बना चुका है।
आरोपी ने कबूला कि वह अपने फुफेरे भाई राहुल यादव निवासी पटौदा हरियाणा के खाते में रुपये ट्रांसफर कराता था। राहुल को बताता था कि उसकी सैलरी है। जबकि वह ठगी करता था। वर्ष 2021 में स्थानीय पुलिस ने इसे तमंचे के साथ पकड़ा था। जब जमानत पर छूटकर आया तो साइबर ठगी करना शुरू कर दी। एक साल पहले जबलपुर की पाटन थाना पुलिस ने ठगी करने के आरोप में इसे पकड़ा था। तब यह ठिकाने बदलकर रह रहा था।