उझानी (बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के गाँव में जंगली जानवरों से फसल को बचाने के लिए की गई तारबंदी में छोड़े गए करंट की चपेट में आकर 16 वर्षीय युवक की मौत हो गयी। परिजनों ने थाने में तहरीर दी है।
छतुईया गांव निवासी लक्की पुत्र सोमवीर रविवार दोपहर करीबन एक बजे अपने खेत में मेंथा की फसल पर पानी लगा था। जबकि पड़ोसी खेत में हरिओम ने अपनी मक्का की फसल को जंगली जानवरों से बचाने के लिए खेत की तारबंदी करके उसमें करंट छोड़ रखा था। इसी दौरान लक्की करंट की चपेट में आ गया। करंट लगने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही परिजनों में खलबली मच गई। रोते-बिलखते परिजन खेत पर पहुंचे। घटनास्थल पर लोगों की काफी भीड़ एकत्रित हो गई। सूचना पर कोतवाल हरपाल बालियान मौके पर पहुँचे और जांच की। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
बिजली का तार हटा भाग खड़ा हुआ हरीओम
लक्की की मौत की खबर गाँव में फैली तो परिजनों से पहले हरीओम वहां पहुँच गया। उसने वहां तारबंदी पर बिजली की सप्लाई बंद कर दी। इसके बाद भाग खड़ा हुआ। इस दौरान ग्रामीणों ने उसका वीडियो भी बना लिया।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
युवक की मौत से परिजनों का रो रोकर हाल है। करंट में झुलसे बेटे के शरीर को देखकर माँ गीता देवी कई बार बेहोश हो गयी, पिता सोमवीर भी फफक फफक कर रो रहे थे। सोमवीर ने बताया कि लक्की हाईस्कूल का छात्र था, पढाई में भी होशियार था। उसे कभी खेत पर काम नहीं करने देते थे लेकिन मै आज दोपहर सो गया, उधर रविवार होने की वजह से लक्की खेत पर आ गया और हादसा हो गया। परिवार में उसके दो बड़े दो भाई संजय, मनोज और एक बहन राखी है।
जानलेवा बन रहे खेत में लगे तार
छुट्टा पशुओं से फसल को बचाने के लिए लोग खेत के किनारे कंटीले तार लगा देते हैं। इसके बावजूद कई बार जानवर खेत में घुसकर फसल बर्बाद कर देते हैं। अब लोगों ने तार में करंट छोड़ना शुरू कर दिया है। इससे जानवर के साथ कई बार लोग भी करंट की चपेट में आ जाते हैं।