उझानी (बदायूं)। बच्चा चोरी की अफवाहें जिले में पुलिस के लिए मुसीबत बनती जा रही हैं। सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी संदेशों से जन्मी अफवाहों की वजह से भीड़ का गुस्सा अब मानसिक रोगियों पर निकल रहा है। कोतवाली क्षेत्र के गाँव में दो अर्धविक्षिप्त व्यक्तियों को ग्रामीणों ने बच्चा चोर होने के शक में पकड़ बुरी तरह पीटा। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई।
कोतवाली क्षेत्र के गाँव हरहरपुर निवासी नरेंद्र पुत्र सुखपाल, मानपाल पुत्र आराम सिंह, प्रवेश पुत्र श्याम लाल, नीरज पुत्र लज्जा गाँव के ही कॉलेज में पढ़ते हैं। मंगलवार दोपहर गाँव में दो अर्धविक्षिप्त व्यक्ति घूम रहे थे। उसी दौरान स्कूल से आते हुए छात्रों ने उन्हें बच्चा चोर समझकर शोर मचा दिया। बच्चा चोर की खबर सुन तमाम ग्रामीण एकत्रित हो गए और दोनों व्यक्तियों के साथ मारपीट कर दी। ग्रामीणों ने दोनों व्यक्तियों को बुरी तरह पीटा। एक छात्र का आरोप है कि स्कूल से लौटते वक्त एक शख्स ने उसका हाथ पकड़ने की कोशिश की थी।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों व्यक्तियों को ग्रामीणों के चंगुल से बचाकर थाने ले आई। दोनों व्यक्तियों की पहचान कछला निवासी दिलीप सैनी पुत्र सोनीलाल और मुसझाग क्षेत्र के गाँव गिदौल निवासी रोशन पुत्र रामऔतार के तौर पर हुई है। दिलीप ने बताया कि वो अपने गाँव जा रहा था, वहीं रोशन बात करने की स्थिति में नही है। पुलिस तहकीकत में पता चला कि दोनों व्यक्ति भीख मांगकर अपना गुजारा करते हैं, फिलहाल पुलिस उनके परिवारों को सूचना पहुंचा रही है।
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कोतवाल विनोद चाहर ने बताया कि दोनों आरोपी मानसिक तौर पर कमजोर है, इस मामले में बच्चा चोर होने की अफवाह फैलाने एवं मारपीट करने वालों की पहचान की जा रही है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। आम लोगों को यह सलाह है कि इस प्रकार की कोई संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति नजर आता है, तो वे तुरंत पुलिस से संपर्क करें, किसी अंजान व्यक्ति के साथ मारपीट करने आदि की घटनाओं से बचें।