बदायूं। उसहैत थाना पुलिस और एसओजी टीम ने रविवार रात मासूम बच्ची का अपहरण करने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों के पैर में गोली लगी है। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बदमाशों में एक पड़ौलिया गांव के प्रधान का बेटा है। पुलिस ने बदमाशों से दो बाइकें, तमंचे व कारतूस बरामद किए हैं।
सीओ शक्ति सिंह के मुताबिक रविवार रात करीब सात बजे सूचना मिली कि कड्डी नगला से अपह्रत बच्ची के अपहरणकर्ता किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में अटेना पुल से गुजरने वाले हैं। इस पर उसहैत पुलिस और एसओजी टीम ने अटेना पुल पर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। इसी बीच पुलिस टीम को दो बाइकों पर तीन संदिग्ध लोग आते दिखाई दिए। पुलिस के रुकने का इशारा करने पर बाइक सवार जटा गांव की तरफ भागने लगे। पुलिस ने बाइक सवारों का पीछा किया। इस पर बदमाशों ने बाइक से उतरकर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो बदमाशों के पैर में गोली लग गई। घायल होने पर दोनों बदमाश जमीन पर गिर पड़े। इसी बीच तीसरा बदमाश भाग निकला। जिसे पुलिस ने दौड़ा कर पकड़ लिया।
बदमाशों की पहचान अमनपाल (22) पुत्र निरंजन पाल निवासी गांव पड़ौलिया थाना कुंवरगांव, सागर (22) रामेश्वर दयाल निवासी वार्ड एक कस्बा सखानू थाना अलापुर और यशपाल सिंह पुत्र सूरजपाल निवासी गांव खंदक कोतवाली सहसवान व हाल पता गांधीनगर सदर कोतवाली के रूप में हुई है।
पड़ौलिया के ग्राम प्रधान का बेटा है अमनपाल
गिरफ्तार बदमाशों में से अमनपाल कुंवरगांव थाना क्षेत्र के गांव पड़ौलिया के प्रधान निरंजन का इकलौता बेटा है। पुलिस ग्राम प्रधान के बेटे की आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। अमनपाल अपहृत बच्ची के रिश्तेदारों का करीबी होना बताया जा रहा है। अमन बीफार्मा कंपलीट कर चुका है। वह अलापुर रोड पर स्थित एक अस्पताल में नौकरी करता है।
बेचने के लिए किया था बच्ची का अपहरण
पुलिस को पकड़े गए बदमाशों से प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि बच्ची का बेचने के लिए अपहरण किया गया था। बदमाश बच्ची को बेचना चाहते थे। इससे पहले कि वह अपने मकसद में कामयाब हो जाते पुलिस उन तक पहुंच गई। जिस कारण उन्हें बच्ची को छोड़कर भागना पड़ा।